Maaf Karo Lyrics – Emiway Bantai
Maaf Karo Lyrics – Emiway Bantai
Singer | Emiway Bantai |
Composer | Emiway Bantai |
Music | Emiway Bantai |
Song Writer | Emiway Bantai |
Lyrics
अम्मी और अब्बा मुझे माफ करो
कल मैं गुस्सा हुआ आप लोगों पे याद करूं
तो रोना आ जाता है क्या करूं
आपके वजह यहां पर हू
फिर से कभी होगा नहीं
ये गलती मुझे माफ करो
इतने प्यारे मां बाप मिले शुक्रिया
या अल्लाह तौबा करता हूं
मैं उन्हें दुख दिया
मेरे अब्बा जितना कोई इधर स्मार्ट नहीं है
मेरे रिकॉर्ड लेवल है वो मेरे लिए चूस किया
इंडिपेंडेंट रास्ता वो बोले इस पे चल
सुनता हू उनकी आज भी आं
इसलिए हू सफल
खुशी क्या है मेरे लिए पैसा इज्जत शोरत नहीं
बस सस्ता दिखे मुझे मेरे मां-बाप का शक्ल
मुझे माफ करो मुझे माफ करो
मुझे माफ करो प्यारे अम्मी अब्बा
मुझे माफ करो मुझे माफ करो
मुझे माफ करो ना ना ना ना ना
मुझे माफ करो मुझे माफ करो
मुझे माफ करो प्यारे अमी अब्बा
मुझे माफ करो मुझे माफ करो
मुझे माफ करो
असल असलर मेरे अब्बा खुद का बिजनेस तो बनाया जी मुश्किल घड़ी में तूने चिल होना सिखाया
सिर्फ दो सौ रुपये थे
तेरे जेब में घर के खर्चे के लिए
फिर भी तूने खिलौना दिलाया
सोचा नहीं खर्चा कैसे निकालू
बेटा जो भी मांगे उसे दिला दूंगा
रोते रोते लिख रहा हूं ये वाला वर्स में
खुदा ने चाहा पूरा दुनिया तुम्हें दिला दूंगा
चिल्ला दूंगा बीट पे हां बहुत मुश्किल झेला तू
बचपन से घर चला रहा हाथ गाड़ी ढके तू
क्योंकि बिना अब्बा के बड़ा हुआ अकेला तू
मेरा रोल मॉडल कौन पूछो आता पहला आता तू
फेड़ा दू छाती तेरा करवाना है प्राउड
तुझे किंग मेरे लाइफ कहां पिना दू ये क्राउन तुझे मोहम्मद बिलाल गनी मोहम्मद यूनुस शेख
ये नाम हमेशा टॉप पे ना होने दूंगा डाउन तुझे
मुझे माफ करो मुझे माफ करो
मुझे माफ करो प्यारे अम्मी अब्बा
मुझे माफ करो मुझे माफ करो
मुझे माफ करो ना
मुझे माफ करो
मुझे माफ करो
मुझे माफ करो प्यारे अमी अब्बा
मुझे माफ करो मुझे माफ करो
मुझे माफ करो
आफ शेख नाम मम्मी का
प्यार से बुलाते हैं शारदा
मालूम मुझे मम्मी तेरा लाइफ कितना हार्ड था
बचपन से मां का रोल निभा रही तू गिले जमीन पे तू
सोती थी या मिट्टी का दीवार था
भार था सर पे तेरे फिर भी इतना प्यार दिया
भाई दिया भी ब्रेक एक सच्चा वाला यार दिया
प्यार कैसे करते हैं कोई बच्चों से आसी के द
प्यार ने भी प्यार सीखा तूने उतना प्यार किया
क्या किया तूने एक वर्ष में बताऊ कैसे
लैपटॉप दिलाया गुलक तोड़ के जो जमा थे
पैसे पूरे घर का काम तू करते करते थक जाती
फिर भी तू ना बताती
मम्मी पे लिख डालू ऐसे
काफी आए दूर मम्मी मेरी बहादूर
स्ट्रांग वुमन है वो हालाते तू ना पूछ
छोड़ा पड़ा ये ताकि तेरा घर चलाए तू
जिंदगी से शिक्षा लेके मुझे वही सिखाए तू
लाई तू मुझे इस दुनिया में शुक्रिया
वरना मैं ये गाना कभी लिख रहा ही ना होता
हज रानी जैसा लाइफ दिया तुझे
खुद खुदा ने मुझे ब्लेस करके
वरना मैं सुकू से ना सोता
होता जो भी लाइफ में उसपे सबर कर
तुझे देख के ये सिखा कितने बार रोते देखा
बस भूल जा जो पुरानी थी जिंदगी
तेरे हंसी के लिए इधर गाने लिख रहा तेरा बेटा हां
मुझे माफ करो मुझे माफ करो
मुझे माफ करो प्यारे अम्मी अब्बा
मुझे माफ करो मुझे माफ करो
मुझे माफ करो ना
मुझे माफ करो मुझे माफ करो
मुझे माफ करो प्यारे अमी अब्बा
मुझे माफ करो मुझे माफ करो
मुझे माफ करो ना